कौन थे ख्वाजा गरीब नवाज? और कहा से आये थे
सब दोस्तों के लिए ये पोस्ट हे! आज हम जानेंगे एक ऐसी महान हस्ती के बारे में, जो अल्लाह के बहोत नज़दीक हे जिनका नाम ही सुनके मुहोब्बत वाले खुश होजाते हे - ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती, जिन्हें हम प्यार से 'ख्वाजा गरीब नवाज' कहते हैं।
उनका जन्म कहाँ हुआ और शिक्षा की बाते
history of khwaja moinuddin chishti ख्वाजा गरीब नवाज जीवनी की हिस्ट्री हिंदी में और उनका जन्म जन्म 536 हिजरी में सजिस्तान में हुआ था। बचपन से ही बहोत ज़दा करामतें करते आरहे हे और अल्लाह ताला ने बहोत खुश नियामत से नवाज़ा हे और जबसे ही आप ग़रीबो का बहोत ख्याल रखते हे हे हे और ज़रूरत मंध को कभी खाली नहीं जाने दिया अपने पास से और आज भी अल्लाह का करम हे उनकी दरगाह से कोई खाली नहीं जाता हे।
Hindi History Khwaja Moinuddin Chisti
ख्वाजा साहब का जहाँ जनम हुआ था उस जगह को ( सजिस्तान और सिस्तान ) कहते है , गरीब नवाज़ का जनम अफ़ग़ानिस्तान में नहीं हुआ था कुछ लोगो ने जनम िस्थान गलत लिखा हे अपनी पोस्ट में जो गलत हे,
उनकी ज़िंदगी और सफर यात्रा
अपनी जिंदगी में बहोत सी बड़ी बड़ी हस्तियों से मुलाकात की जो अल्लाह के बहोत नज़दीक थे और कई देशों की यात्रा सफर करे और जिस जगह गए, वहां लोगों के दिलों में अपनी जगह बना दी और हर इंसान मुहोब्बत करने लगा ।
ख्वाजा गरीब नवाज़ की हिस्ट्री हिंदी में
History of Khwaja Moinuddin Chishti Hindi
ख्वाजा साहब का अजमेर में आना और वही पे रहना
जब ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर पहुंचे, तो जगह लोगों को मुहोबत का पाठ देते रहे जहां कहीं भी रुकते सफर में शिक्षा देते रहे सबको और जब राजस्थान अजमेर में पहुचे तो उन्होंने वहां एक मुहोब्बत के धार्मिक स्थल की स्थापना की, और गरीब अमीर के बीच का फर्क ख़तम करके सब इंसानो को ये पैग़ाम दिया हम सब एक हे और हमे किसी से नफरत नहीं करनी चाहिए और हमेशा सबके साथ मुहोब्बत से पेश आना चाहिए एहि वो जगह जिसे हम आज 'अजमेर शरीफ' के नाम से जानते हैं।
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की लोकप्रियता और उनकी शिक्षा
उनकी शिक्षाएं और चमत्कारों ने उन्हें लोकप्रिय बना दिया। लोग उनके पास अपनी समस्याओं का समाधान पूछने आते थे। और फिर दिलका सुकून लेके जाते थे और आज भी ये रसम हे.
अजमेर शहर और उसकी ख़ास बात
अजमेर शहर के लोग बहोत मुहोब्बत वाले हे और मेहमान नवाज़ी करते हे सबकी और इसका का भी महत्वपूर्ण योगदान है इस कहानी में। यहां की बात और सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताएं ख्वाजा गरीब नवाज के लिए लोगों की भावनाओं को और भी मजबूत करती हैं। क्युकी ख्वाजा जी की मुहोब्बत हे दिल में बस्ती हे
हिंदी में हिस्ट्री अजमेर की जानिए
अजमेर: एक महत्वपूर्ण जानकारी रखता हे
अजमेर, राजस्थान का एक एहम शहर है। इसका इतिहास ख़ास भी हे और बहुत पुराना और काफी चीज़े है।
तारीखी महत्व बहोत ज़रूरी हे
अजमेर शरीफ दरगाह का इतिहासिक महत्व भी है और दरगाह अजमेर की ज़ियारत दर्शन और यहां के किले देखने जैसे हे, शॉपिंग बाजार और दरगाह शरीफ की रूहानियत और हिस्ट्री सब कुछ ख़ास हे।
ख्वाजा की दरगाह की हिस्ट्री जो की अजमेर शहर में िस्थित हे और यहाँ की सुविधाएं और फ़ूड, ट्रेवल , होटल गेस्ट हाउस सब इस ब्लॉग से जानकारी हासिल करे
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के खादिम पूर्वज कौन हे
खादिम का रिश्ता खाली खिदमत का नहीं है बल्कि खून का रिश्ता भी हे ख्वाजा से ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती की औलाद में से हे सब खादिमस, जो ख्वाजाजी के खानदानी भाई हे और ख़ास खादिम हे और गरीब नवाज़ के साथ में आये थे आपके पीरो मुर्शीद ने हुकुम दिया था मोईनुद्दीन का को कभी अकेला मत रहने देना हमेशा साथ रहना इसी लिए हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती ने इन्हे अपने सीने से लगाके रखा है और क़यामत तक रहेंगे खिदमत में आमीन या रब्बुल आलामीन।
ज़ियारत करना ख्वाजा की दरगाह में
फूल चढ़ाना
खाने की देग पकवान
छोटी देग
ज़ियारत के बाद कुछ वक़्त वह बिताना और दिल में सुकून पाना
अजमेर में खाने की जानकारी
खाना यहाँ सब तरह का मिलता हे
वेजिटेरिअन भी मिलता हे
और नॉन वेजिटेरिअन भी मिलता हे
रेस्टोरेंट , फ़ास्ट फ़ूड , दुन्या भर का खाना मिलता हे और पैसे भी ज़दा नहीं होते है
ख्वाजा गरीब नवाज के वालिद का नाम, सय्यदना गियासुद्दीन हस्सन था।
ख्वाजा गरीब नवाज के कितने बेटे थे ?
तीन बेटे थे आपके नाम यहाँ नीचे हे
हज़रत फखरुद्दीन
हज़रत हिस्सामुद्दीन अबू स्वालेह
हज़रत ज़िआउद्दीन अबू सईद
दरगाह के पास रहने की सुविधाएं
जब कोई भी ज़ियारत करने आता हे तो वो खादिम साहब के साथै ही जाता हे दर्शन के लिए
और इनके घर में मेहमानो के लिए रूम होते हे
और गेस्ट हाउस होते हे
और चारु तरफ होटल्स गेस्ट हाउस हैं
अजमेर शरीफ दरगाह ट्रेवल की क्या सुविधाएं हैं जानिये
सबसे नज़दीक ऐरपोट किशनगढ़ का हे ,37 min (26.4 km) via जयपुर मार्ग और NH448, Kishangarh Airport, Rajasthan 305801, India
दूसरा जयपुर एयरपोर्ट हे, How many kilometers from Ajmer to Jaipur Airport? (146.3 km) via RJ SH 2
और ट्रैन स्टेशन 6 min (1.3 km) via Nala Bazar Rd मिनट दूर है दरगाह से
ऑटो रिक्शा की बहोत ज़दा सुविधा हे यहाँ पे
बस से ट्रेवल करसकते हे
टैक्सी से आ सकते हे
नेशनल हाईवे काफी अच्छे हे
रोड मैप और सुविधाएं सब मौजूद हे अजमेर ट्रेवल करने के लिए
ख्वाजा गरीब नवाज कहां से आए थे
संजर से आये थे जिसको सजिस्तान और सीस्तान भी कहा जाता हे
ख्वाजा गरीब नवाज के पीर कौन थे
हज़रत ख्वाजा उस्मान हारवनी
आखिरी बात जो ज़रूरी है
तो मेरे दोस्तों, आज हम सबने जाना कि कैसे ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ने अपने जीवन में लोगों की मदद की और उन्हें धार्मिक रास्ते पर ले गए। उनकी बाते आज भी हमें प्रेरित करती है। और अपनी और खेचती हे
ये उम्मीद और दुआ करता हु के आपको यह जानकारी बहोत पसंद आयी होगी। ख्वाजा गरीब नवाज! की मुहोब्बत हम सबके साथ रहे हमेशा
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